मैं फिर कभी आईने में नहीं देखता

 

वे कहते हैं कि शीशा विभिन्न आयामों के द्वार हैं। 

मैंने ऐसा कभी नहीं माना। 

खेर , तब तक नहीं

जब तक मेने एक आकृति को अपनी तरफ मुड़ते हुए नई देखा 



Link:- https://youtu.be/Sqh-si6u5AQ


जुलाई की शुरुआत में,

हम दोनों ने सवाना के ड्राने होने के बारे में बातें सुनीं थी 

और हमने सोचा हम भी एन डरावनी चीजों का आनंद लेते है , और क्यों न कुछ रातों के लिए वह जाएं और कुछ डरावना सामान देखें।


हमने रात भर की यात्रा के लिए बैग पैक किए 

और मुझे "शहर में सबसे डरावनी जगह" पर एक अच्छी कीमत पर एक कमरा मिला, यह जानते हुए कि यह होटल वाले कस्टमर को आकर्षित करने के लिए कुछ पहलुओं का फायदा उठाते हैं। "कोई बात नही" मैंने खुद से सोचा, "कम से कम यह मजेदार होगा।"


मैं अगली सुबह जल्दी उठ गाया क्युकी मेरे अलाराम की गुस्से से भरी रिंग ने बताया 5 बज चुके है


में ब्रश कर रहा था, मेरा सर अभी भी अलार्म के झटके में था


में बाथरूम के शीशे में देख रहा था, मेने अपने आखों के कोने से देखा की मेरे पिशे कोई हल चल हुए है में तेजी से मुड़ा, में लगभग गिरने वाला था, पर वह मुझे कुश नही देखा


मेने किरला करने केलिए जैसे ही अपना सर नीचे किया मुझे अपने कंधे पर एक हाथ महसूस हुआ, में झटके से पिशे हुआ

तो मेने आधी नीद से उठीं हुए अपनी पत्नी को देखा, मेने अपने अपने ऊपर एक राहत की लहर को महसूस किया


Video Dekho 




नहाने के बाद हम कार तयार करते हैं और सड़क पर जाते हैं।

 अब, जब मैं कहता हूं कि मेरी किस्मत खराब है, तो मेरा मतलब है कि यह खराब है।

हमने 8 घंटे की यात्रा का एक घंटा तो यही बीता दिया, घड़ी की घड़ी में सड़े 7 बज रहे थे, और हम आगे पेशे से ट्रैफिक में फेस हुए थे,मेने ट्रैफिक का हाल जन ने के लिए रेडियो on किया, " एक ट्रक सड़क से उतर कर पेड़ से टकरा geya है, पेड़ो और ट्रक के अगले हिस्से में आग लगी है, फायर ब्रिगेड अभी रास्ते में है,



मैं अपनी पत्नी की ओर मुड़ता हूं। और पूषा "पीछे की सड़कें?" वह सिर हिलाती है। मेने आगे दूसरा रास्ता लेने का फैसला लिया


आखिर हम घंटों गाड़ी चलाते हैं, कोई ट्रैफिक नहीं और हम अंत में बोर्डिंग हाउस तक पोहचे।

 मेरी पीठ में दर्द है और मेरे पैर सुन हैं। 

शहर बड़ा अजीब है, यह पुराना और देहाती है। 

हमारा बोर्डिंग हाउस भी उतना आशा नहीं बल्कि पुराना है, 

यह इसका असली रूप है।

 हम एक गर्म रोशनी वाले इलाके में चलते हैं। 

 हम अपने कमरे की तरफ चलते हैं और हमें चाबी दी जाती है, कार्ड नहीं, एक चाबी।


हमने अपना सामान रखा और एक छोटे से स्थानीय होटल पर खाने के लिए बाहर गए, खाना अद्भुत था। फिर हमें एक भूतिया टूर मिला जो मजेदार था लेकिन बचकानी कहानियों से भरा हुआ था।


हम अपने कमरे की तरफ जा रहे थे भोहत अंधेरा था और किसी पुराने खंडार के दृश्य की तरह महसूस किया,

 बेचैनी और भय के संकेत के साथ हमारा कमरा बहुत शांत था।


हम थके हुए थे हम बिस्तर पर लेट गए और सो गए।







दरवाजे से आवाज आय


ठक ठक ठक

 

में एकदम से उठा घड़ी पे देखा 3 बज रहे थे, मेने पाईप हॉल से देखा की नही था, मुझे लगा शायद कोई बांचा होगा 


ठक ठक ठक


इस बार बाथरूम से आई...


मेने बाथरूम में चारों ओर देखता, और कुछ नहीं दिखा ...


मैं आईने में देखता हूं।

 मेरी आँखें के काले घेरे, खून से लटपत हैं।

 में शिंक को पकड़ के खड़ा हुआ था। शीशे में मेरा प्रतिबिंब सीधा खड़ा हुए था और धीरे-धीरे हसने लगा...


यह हसी इंसानी हसी से भोहट अलग थी, इसके एक कान से दूसरे कान तक इसके पील धात थे जो भोहाट तीखे नजर आ रहे थे, और आंखे,,, एक एकदम काली थी


मेने अपनी पत्नी को उठाया और उसी सेम घर के लिए निकल आए


अब मैं घर पर हूँ। 

मेने आते ही घर के सारे शीशे उतारे दिया। यह थोड़ा अजीब था पर मैं फिर कभी भी उस प्रतिबिंब देखना नही चाहता ..






Post a Comment

Previous Post Next Post